Amit Shah Biography in Hindi | अमित शाह का जीवन परिचय

अमित शाह भारत के गृह मंत्री है. आजादी से लेकर अब तक जितने भी होम मिनिस्टर बने हैं मुझे लगता है कि उनमें से सबसे ज्यादा फेमस अभी तक अमित शाह ही रहे हैं. वरना लोगों को तो होम मिनिस्टर का नाम भी पता नहीं होता था। शायद आपको पता हो लेकिन मुझे तो सिर्फ प्राइम मिनिस्टर और प्रेसिडेंट के ही नाम पता होते थे। पर अमित शाह जी ने होम मिनिस्टर के रूप में अपनी अच्छी खासी पहचान बना ली है कि बच्चा बच्चा जानता है कि भारत का होम मिनिस्टर कौन है।
अमित शाह एक जाने-माने इंडियन पॉलीटिशियन है। वह भारतीय जनता पार्टी के प्रेसिडेंट और लोकसभा के मेंबर है और फिलहाल वह भारत के होम मिनिस्टर का पद संभाल रहे हैं। शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य सलाहकारों में से एक है। साल 2014 में बीजेपी के इलेक्शन जीतने के बाद वह सुर्खियों में आए। तो आज हम जानेंगे अमित शाह के जीवन के कुछ बातें।
अमित शाह का जन्म 22 अक्टूबर 1964 में हिंदू वैष्णव परिवार में हुआ। .उनका पूरा नाम अमित अनिल चंद्र शाह है। उनके पिता अनिल चंद्र शाह गुजरात में एक बिजनेसमैन थे और मां कुसुम बहन शाह हाउसवाइफ।
उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई अहमदाबाद की ज्योति हायर सेकेंडरी स्कूल से पूरी की और CU Shah science college से अपनी biochemistry की पढ़ाई पूरी की. कुछ समय तक उन्होंने अपने पिता की PVC pipe business में काम किया. अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें अहमदाबाद district co-operative bank का president appoint किया गया. वह बैंक बंद होने के कगार पर था लेकिन अमित शाह ने उस बैंक को घाटे में जाने से तो बचाया ही बल्कि 27 करोड का प्रॉफिट भी कमाया वह भी सिर्फ 1 साल में.
अमित शाह को बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में दिलचस्पी थी। वह पड़ोस में RSS की सभी activities में participate करते थे। उन्होंने RSS में पहली बार 14 साल की उम्र में volunteer का काम किया और अपने कॉलेज के दिनों में वह officially इसके member बने. वह RSS की राष्ट्रवादी धारणाओं से काफी प्रभावित हुए. उनमें देश के लिए कुछ करने का जुनून हमेशा से था. 1983 में वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ABVP जोकि RSS का student wing है उसके leader बने. वह 4 सालों तक ABVP के लीडर रहे और इसी दौरान RSS का political body का भी जन्म हुआ यानी कि बीजेपी का जन्म हुआ. 1994 में अमित शाह बीजेपी के मेंबर बने.
Officially RSS के member बनने के बाद 1982 में अहमदाबाद में उनकी मुलाकात नरेंद्र मोदी से हुई. शाह को नरेंद्र मोदी पर पूरा confidence था कि वह भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे और उन्होंने इस बात की घोषणा 1990 में करती थी. उस समय जब नरेंद्र मोदी गुजरात के चीफ मिनिस्टर भी नहीं थे.
बीजेपी का मेंबर बनने के बाद उनका पहला assignment था अहमदाबाद के नारनपुरा ward में होल एजेंट का काम करना. अपनी इस task को पूरा करने के बाद वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के treasurer बने. इसके बाद वह state secretary और vice president बने.
गुजरात में बीजेपी के बढ़ते सालों के साथ campaign और movements में उनकी responsibilities भी बढ़ती गई . राम जन्मभूमि मूवमेंट और एकता यात्रा में भी वह भागीदार रहे. उन्होंने इन campaigns को अच्छे से संभाला और गुजरात के लोगों को बीजेपी के पक्ष में किया. वह अपने सभी responsibilities को काफी अच्छे से निभाते रहे इस वजह से उन्हें 1989 में अहमदाबाद constituency से लोक सभा elections में LK आडवाणी के election campaign को manage करने का काम सौंपा गया. उन्होंने अपने काम को successfully complete किया और अगले 20 सालों तक यानी कि साल 2009 के general elections तक उन्होंने यह कार्यभार संभाला. उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री रह चुके अटल बिहारी वाजपेई के भी election campaign को manage किया था.
1995 में उन्होंने गुजरात असेंबली इलेक्शन जीते सरखेज लोक सभा कांस्टीट्यूएंसी से और वह गुजरात स्टेट फाइनेंशियल कॉरपोरेशन के चेयरमैन के रूप में नियुक्त किया गया. हालांकि 1997 में बीजेपी का कार्यकाल सिर्फ 2 साल तक चला लेकिन तब तक अमित शाह अपने लिए अच्छा खासा नाम कमा चुके थे. गुजरात के लोग उन पर भरोसा करने लगे थे और उन्हें support करने लगे. जिस भी district में उनकी सरकार थी वहां के लोग अपनी समस्या के लिए किसी भी समय उन्हें contact कर सकते थे और उनकी problems को जल्द से जल्द solve किया जाता था. इस वजह से अमित शाह लोगों में चहेते बन गए. 1998 गुजरात असेंबली इलेक्शंस में अमित शाह ने काफी बड़े पैमाने पर जीत हासिल की. साल 2000 में नरेंद्र मोदी को गुजरात के chief minister के रूप में नियुक्त किया गया. साल 2002 में अमित शाह ने तीन बार लगातार assembly elections जीते और नरेंद्र मोदी ने उन्हें अपने cabinet में minister के रूप में appoint किया.
अमित शाह कैबिनेट के सबसे young minister है. अमित शाह ने home civil, defence, prison, law and justice and border security जैसे कई कार्यभार उस दौरान संभाले. 2014 के general elections से पहले जब नरेंद्र मोदी का नाम बीजेपी के prime ministerial candidate के नाम पर सुझाया गया तब अमित शाह ने ही उनका इलेक्शन मोर्चा संभाला. उन्होंने सोशल मीडिया से लेकर लोगों के घर पहुंचे और उन्हें नरेंद्र मोदी के favour में करने की कोशिश की. उन्हें बीजेपी का state incharge of Uttar Pradesh बनाया गया जिसकी वजह से BJP ने Uttar Pradesh में 80 में से 73 सीटों पर जीत हासिल की और यह अब तक की सबसे बड़ी jeet थी. Election के बाद उन्हें बीजेपी का president appoint किया गया और उसके बाद जल्द ही वह नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में होम मिनिस्टर बने.
2019 में उन्होंने गांधीनगर से चुनाव लड़े और कांग्रेस को हराकर नरेंद्र मोदी की cabinet minister के रूप में शपथ ग्रहण की और भारत के होम मिनिस्टर के रूप में चार्ज लिया.
तो दोस्तों अमित शाह के जीवन पर यह छोटी सी वीडियो यहीं पर पूरी होती है। अगर पसंद आई हो तो लाइक और शेयर करना ना भूले और मेरे चैनल को सब्सक्राइब जरूर करें।
अमित शाह शतरंज के काफी अच्छे खिलाड़ी हैं वह गुजरात chess association के president है.
अमित शाह सरखेज में चार बार लगातार MLA रह चुके हैं और वह मोदी के सबसे विश्वसनीय लोगों में से एक हैं. अमित शाह गुजरात के central bord of cricket association के president रह चुके हैं.