Entertainment Horror

Alive Movie Story in Hindi | अलाइव (2020 फ़िल्म)

#Alive एक दक्षिण कोरियाई सर्वाइवल थ्रिलर फिल्म है, जो एक युवा गेमर जून-वू के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अचानक सियोल में ज़ोंबी महामारी फैलने के दौरान अपने अपार्टमेंट में फंस जाता है। यह फिल्म उसके अकेलेपन, जीवित रहने के संघर्ष और अंततः एक अन्य सर्वाइवर से मिलने की कहानी दिखाती है।

महामारी की शुरुआत

जून-वू एक ऑनलाइन गेमर है, जो अपना अधिकतर समय वीडियो गेम खेलने में बिताता है। एक दिन, जब उसके माता-पिता और बहन घर पर नहीं होते, अचानक टीवी पर एक ब्रेकिंग न्यूज़ आती है, जिसमें बताया जाता है कि सियोल में एक घातक वायरस तेजी से फैल रहा है। यह वायरस इंसानों को ज़ोंबी में बदल रहा है, और संक्रमित लोग दूसरों पर हमला करके उन्हें भी संक्रमित कर रहे हैं।

जून-वू बालकनी से बाहर झांककर देखता है और पाता है कि चारों ओर हंगामा मचा हुआ है। लोग सड़कों पर भाग रहे हैं, एक-दूसरे को काट रहे हैं, और हर तरफ अराजकता का माहौल बना हुआ है। अचानक, उसका एक पड़ोसी दरवाजा खटखटाता है और अंदर आने की अनुमति मांगता है। जून-वू उसे अंदर आने देता है, लेकिन थोड़ी देर बाद पड़ोसी ज़ोंबी में बदलने लगता है। किसी तरह, वह उसे अपार्टमेंट से बाहर निकाल देता है और दरवाजा बंद कर लेता है।

इसके बाद, जून-वू अपने माता-पिता से एक संदेश प्राप्त करता है, जिसमें वे पूछते हैं कि क्या वह सुरक्षित है और उसे “Stay Alive” रहने की सलाह देते हैं। वह यह संदेश एक स्टिकी नोट पर लिखकर अपने माता-पिता की तस्वीर पर चिपका देता है ताकि खुद को प्रेरित कर सके। वह अपने घर को सुरक्षित बनाने के लिए फ्रिज और फर्नीचर का इस्तेमाल करता है ताकि ज़ोंबी अंदर न आ सकें।

अकेलेपन से जूझना

जून-वू सोशल मीडिया पर “Stay Alive” का संदेश पोस्ट करता है, लेकिन कोई भी उसकी मदद के लिए नहीं आता क्योंकि पूरे क्षेत्र में ज़ोंबी ही ज़ोंबी हैं। धीरे-धीरे उसका मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट भी बंद हो जाता है।

समय बीतने के साथ, उसका सारा खाना खत्म हो जाता है और वह भूख से बेहाल हो जाता है। पानी पीकर वह अपनी भूख को शांत करने की कोशिश करता है, लेकिन कमजोरी और अकेलापन उसे मानसिक रूप से प्रभावित करने लगते हैं। उसे हैलुसिनेशन होने लगते हैं कि उसका परिवार वापस आ गया है और सब कुछ सामान्य हो गया है। लेकिन जल्द ही उसे एहसास होता है कि यह सिर्फ उसका भ्रम है।

एक नई उम्मीद – Yoo-Bin से मुलाकात

जब जून-वू खुद को मारने का फैसला करता है, तभी सामने की इमारत से एक लेज़र लाइट उस पर चमकती है। उसे पता चलता है कि उसकी बिल्डिंग के पास एक और सर्वाइवर यूं-बिन (Yoo-Bin) है। वे इशारों और वॉकी-टॉकी के जरिए बातचीत करते हैं।

यूं-बिन एक बहादुर लड़की होती है, जिसने ज़ोंबी से बचने के लिए अपने अपार्टमेंट को सुरक्षित बना लिया था। वह जून-वू को खाने की मदद भेजने की कोशिश करती है, लेकिन गलती से रस्सी गिर जाती है। फिर, जून-वू अपने ड्रोन का उपयोग करके रस्सी को पकड़ता है और दोनों के बीच भोजन का आदान-प्रदान संभव हो पाता है। लेकिन तभी, एक ज़ोंबी उन्हें देख लेता है और उनके लिए खतरा बन जाता है।

यूं-बिन को एहसास होता है कि वे ऐसे ज्यादा समय तक नहीं बच सकते, इसलिए वे दोनों एकसाथ अपार्टमेंट छोड़ने का फैसला करते हैं। वे अपने रास्ते की योजना बनाते हैं, लेकिन तभी ज़ोंबी उन पर हमला कर देते हैं। किसी तरह, वे भागकर एक अज्ञात व्यक्ति के अपार्टमेंट में पहुंच जाते हैं।

धोखा और लड़ाई

एक अनजान व्यक्ति उन्हें ज़ोंबी से बचाता है और खाने-पानी की पेशकश करता है। लेकिन यूं-बिन को उस व्यक्ति पर शुरू से ही शक होता है। थोड़ी देर बाद, पता चलता है कि वह व्यक्ति अच्छा नहीं है। उसने खाने में नशीली दवा मिला दी थी ताकि वे बेहोश हो जाएं।

जब वे बेहोश हो जाते हैं, तो वह व्यक्ति उन्हें बांध देता है। असल में, वह अपनी संक्रमित पत्नी को ज़िंदा इंसानों का मांस खिलाना चाहता था। वह यूं-बिन को अपनी पत्नी के पास फेंक देता है। लेकिन यूं-बिन समझदारी से काम लेकर ज़ोंबी महिला के चेहरे को कपड़े से ढक देती है और उसे उसके पति की तरफ धक्का दे देती है। उसकी पत्नी अपने ही पति को काट लेती है, जिससे वे दोनों मर जाते हैं।

अंतिम संघर्ष और बचाव

गोलियों की आवाज सुनकर ज़ोंबी इमारत की तरफ बढ़ने लगते हैं। यूं-बिन जानती है कि अब उनका बचना मुश्किल है। वह जून-वू से कहती है कि उसे मार दे, लेकिन तभी उन्हें हेलीकॉप्टर की आवाज सुनाई देती है।

दोनों अपनी पूरी ताकत लगाकर इमारत की छत पर पहुंचते हैं, लेकिन वहां कोई हेलीकॉप्टर नहीं होता। वे आखिरी बार ज़ोंबी से लड़ने का फैसला करते हैं और उन पर गोलियां चलाते हैं। जब उनकी गोलियां खत्म होने लगती हैं, तभी असली हेलीकॉप्टर वहां पहुंच जाता है और उन्हें बचा लेता है।

हेलीकॉप्टर में बैठने के बाद, उन्हें नेटवर्क मिल जाता है और वे अपने दोस्तों और परिवार के संदेश देखते हैं। वे अपनी तस्वीरें इंटरनेट पर पोस्ट करते हैं, जिससे अन्य सर्वाइवर्स को भी पता चलता है कि वे ज़िंदा हैं।

आखिरकार, जून-वू का “Stay Alive” अब “Alive” में बदल जाता है, और इसी के साथ फिल्म समाप्त हो जाती है।