Apocalypse Z: The Beginning of the End (2024) Movie Story in Hindi

दुनिया में एक घातक वायरस फैल चुका था, जिसने चारों ओर तबाही मचा दी थी। सरकार ने आपातकाल घोषित कर दिया था और लोगों को अपने घरों में रहने की हिदायत दी थी। इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क भी धीरे-धीरे बंद हो रहे थे। मेनेल, जो इस महामारी से अनजान था, न्यूज और सोशल मीडिया पर खबरें देखकर हैरान रह गया। उसे समझ नहीं आ रहा था कि यह सब कैसे और क्यों हो रहा है। सरकार ने घोषणा की कि कुछ ही घंटों में बाजार और अन्य सार्वजनिक स्थानों को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा।
पहला संघर्ष – राशन और पुलिस की चेतावनी
मेनेल जल्दी से बाजार जाकर खाने-पीने का सामान खरीदना चाहता था, लेकिन वहां अफरा-तफरी मची हुई थी। लोग दुकानों में तोड़फोड़ कर रहे थे और खाने-पीने की चीजें लूट रहे थे। जैसे-तैसे उसने कुछ सामान लिया और घर वापस लौटने लगा। रास्ते में उसने देखा कि एक पुलिस अधिकारी एक संक्रमित व्यक्ति से लड़ रहा था। पुलिस वाले ने उसे गोली मार दी, लेकिन वह खुद भी संक्रमित हो गया था। उसने मेनेल से कहा, “यहां से दूर चले जाओ!” और फिर खुद को गोली मार ली।
यह देखकर मेनेल डर गया और तेजी से अपने घर पहुंचकर दरवाजे पर ताले और बैरिकेड्स लगा दिए।
घर में अकेले संघर्ष
समय बीतता गया, और हालात बिगड़ते चले गए। सेना कुछ लोगों को बचाने के लिए आई, लेकिन मेनेल ने उनके साथ जाने से मना कर दिया। वह अपने घर में सुरक्षित महसूस कर रहा था, लेकिन जब उसका राशन खत्म हो गया, तो उसे बाहर जाना पड़ा।
वह खाने की तलाश में कई घरों में गया, लेकिन ज्यादातर जगहें खाली थीं। उसे एक बुजुर्ग महिला मिली, जो व्हीलचेयर पर थी। उसने मेनेल को कुछ खाली घरों के बारे में बताया, जहां खाने का सामान हो सकता था। वहां से मेनेल को थोड़ा राशन मिला, जिससे उसने और उस बुजुर्ग महिला ने अपनी भूख मिटाई।
एक सुबह, जब मेनेल महिला के घर गया, तो उसने देखा कि महिला ने ज्यादा दवाएं खाकर आत्महत्या कर ली थी। उसने एक पत्र छोड़ा था, जिसमें लिखा था कि वह मेनेल पर बोझ नहीं बनना चाहती थी। यह पढ़कर मेनेल भावुक हो गया और अकेले ही सुरक्षित क्षेत्र की ओर निकल पड़ा।
सुरक्षित क्षेत्र की ओर यात्रा
सुरक्षित क्षेत्र तक पहुंचने के लिए उसे जंगल के रास्ते से जाना पड़ा, क्योंकि मुख्य सड़कें बंद हो चुकी थीं। रास्ते में संक्रमित लोगों ने उसका पीछा किया, लेकिन किसी तरह वह बच निकला। जब वह सुरक्षित क्षेत्र पहुंचा, तो वहां लाशों का ढेर मिला। वहां पहुंचे सभी लोग मर चुके थे।
बाइक चलाते समय वह एक शव से टकरा गया, जिससे उसका संतुलन बिगड़ गया और उसका पालतू बिल्ली वाला बॉक्स भी गिर गया। अब उसके पास कोई वाहन नहीं था, इसलिए वह पैदल ही जंगल से बाहर निकलने लगा। रास्ते में उसे एक जहाज दिखा, लेकिन वह भी संक्रमित लोगों से भरा हुआ था।
एक केबिन से किसी की आवाज आई। जब मेनेल ने दरवाजा खोला, तो एक संक्रमित बच्चा मिला। वह सोच में पड़ गया कि उसे मारना चाहिए या नहीं। अंत में, उसने वहां से एक छोटी नाव लेकर निकलने का फैसला किया।
समुद्र में नई मुश्किलें
जल्द ही उसे एक जहाज नजर आया। उसने हाथ हिलाकर मदद मांगी। जहाज के लोगों ने पहले उस पर बंदूक तान दी, लेकिन जब उसने कहा कि वह संक्रमित नहीं है, तो उन्होंने उसे जहाज पर आने दिया। जहाज पर तीन लोग थे – एक पायलट, जहाज का कप्तान, और उसका बेटा।
रात में, मेनेल ने देखा कि एक परिवार जहाज की ओर आ रहा था। लेकिन अगली सुबह, पायलट ने कहा कि वहां कोई नहीं था। इससे मेनेल को शक हुआ कि परिवार को जहाज के बेसमेंट में बंद कर दिया गया है। जब उसने वहां जाकर देखा, तो सच में वे लोग कैद थे। तभी कप्तान का आदमी आया और बंदूक तान दी, लेकिन पायलट ने समय पर आकर उसे मार दिया।
अस्पताल में संघर्ष और हेलीकॉप्टर से भागना
मेनेल और पायलट एक छोटी नाव से भाग निकले, लेकिन पीछा करने वाले लोगों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इस दौरान, बचाए गए लोगों में से एक की मौत हो गई और पायलट घायल हो गया।
मेनेल उसे अस्पताल ले गया, जहां हेलीकॉप्टर थे। लेकिन अस्पताल में कोई डॉक्टर या नर्स नहीं थी, सिर्फ खून और तबाही थी। पायलट की जान बचाने के लिए मेनेल ने खुद ही उसकी गोली निकाली।
अचानक, कुछ गुंडे अस्पताल में आ गए और खाने-पीने की चीजों के लिए हमला करने लगे। मेनेल, पायलट, एक नर्स और तीन बच्चों को लेकर किसी तरह हेलीकॉप्टर तक पहुंचा। रास्ते में कई संक्रमित लोगों से लड़ना पड़ा, लेकिन अंततः वे हेलीकॉप्टर में बैठ गए।
आखिरी मोड़ – सुरक्षित द्वीप भी खतरे में
जब हेलीकॉप्टर द्वीप की ओर उड़ रहा था, मेनेल ने अपनी बहन बेलन को फोन किया। लेकिन उसने चेतावनी दी कि द्वीप भी अब सुरक्षित नहीं है। इससे पहले कि वह कुछ और कहती, कॉल कट गई।
फिर भी, मेनेल ने हेलीकॉप्टर द्वीप पर उतारने का फैसला किया, क्योंकि उसे अपनी बहन और उसके परिवार को बचाना था।